झारखंड समाचार: अब महिलाएं जल्दी पैसे कमाने के लिए गांजा बेचने में शामिल हो रही हैं। पहले यह काम अवैध था, लेकिन अब यह संगठित रूप से हो रहा है। वे अब अन्य राज्यों में सस्ते दाम पर गांजा बेच रही हैं।
रांची समाचार: अब महिलाएं भी पैसे कमाने के लिए गांजा तस्करी में जुट रही हैं। पहले यह काम अवैध था, लेकिन अब यह संगठित रूप से हो रहा है। ये महिलाएं अब अन्य राज्यों में भी गांजा बेचकर अच्छा पैसा कमा रही हैं। उन्हें पैसे के बल पर थानों को भी मैनेज करने की शक्ति मिली है।
गांजा को सस्ते दर पर खरीदा जाता है आंध्र प्रदेश और ओडिशा से
गांजा तस्कर ओडिशा और आंध्र प्रदेश से सस्ते दाम पर गांजा खरीदते हैं और दूसरे राज्यों में 50 हजार रुपये प्रति किलो के भाव से गांजा बेचते हैं।
आरपीएफ या जीआरपी से बचने के लिए अक्सर छोटे स्टेशन से ट्रेन को पकड़ते हैं, ताकि किसी को भी संदेह न हो। गांजा की मांग सबसे अधिक होती है, और इसकी सप्लाई महिलाएं करती हैं।
गांजा रखने के लिए खरीदते हैं नया बैग
इस धंधे में जुड़ी महिलाएं नए बैग खरीदकर उसमें गांजा रखतीं हैं, ताकि कोई शक न उठे। स्टेशन पर जहां भीड़ सबसे अधिक होती है, वहीं खड़ी रहकर ट्रेन का इंतजार करती हैं। लेकिन, उनकी यह चालाकी नकाम होती है और सीसीटी कैमरे में कैद हो जाती हैं।
तीन महिलाओं से, हटिया स्टेशन से 34.5 लाख का गांजा जब्त
शनिवार को आरपीएफ की फ्लाइंग टीम ने हटिया रेलवे स्टेशन पर 69 किलो गांजा बरामद किया था। इस तस्करी का काम न केवल पुरुष, बल्कि महिलाएं भी कर रही थीं।आरपीएफ पोस्ट हटिया ने प्लेटफार्म तीन पर देखा कि चेकिंग के दौरान तीन महिलाएं बड़े बैग के साथ बैठी थीं। संदेह के आधार पर उनसे पूछताछ की गई, और उन्होंने अपना नाम और पता बताया।
इनमें बिंदु देवी, 39 वर्ष, उर्मिला देवी, 50 वर्ष और टेत्तरी देवी, 57, शामिल हैं। तीनों भभुआ, कैमूर (बिहार) की रहने वाली हैं। उनके बैग में मारिजुआना (गांजा) था। मां और बेटी दोनों इस धंधे में शामिल थीं और गया से पूरा रैकेट चलाती थीं।
34,50,000 रुपये की मांग वाला गांजा बरामद किया गया। इस वर्ष 2023 में भी गांजा बरामद किया गया था, जिसमें महिलाएं भी शामिल थीं। यह घटना हरियाणा और झारखंड में हुई थी। सुरामणि ओराइन और चंद्रवती देवी दोनों ही अलग-अलग मामले में पकड़ी गई हैं।
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