बोकारो के चुनाव कार्यालयों में है सन्नाटा

Anil kumar
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Image Source: Google/Image Edited By Canva

बोकारो.

बोकारो में शनिवार को चास और चंदनकियारी में मतदान सुखद संपन्न हुआ। रात तक चुनाव में उपयुक्त इवीएम और वीवीपैट मशीनों को अन्य कागजात के साथ बाजार समिति-चास परिसर के बने स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखा गया। इसके साथ ही, चुनावी प्रत्याशियों के कार्यालयों में भी मतदान के बाद सन्नाटा छा गया। रविवार को सभी पार्टियों के चुनावी कार्यालयों में भी दिन भर सन्नाटा देखा गया।

एक महीने तक चली चहल-पहल:

लोकसभा चुनाव के लिए, बड़े और छोटे दलों ने अपनी रणनीति बनानी शुरू की थी। बोकारो और चास में कार्यालय खोलकर, समर्थकों और नेताओं के साथ बैठकें हुई थीं। सभी ने चुनावी योजना तैयार की थी। सुबह से लेकर रात तक इन कार्यालयों में गहमागहमी थी। ये कार्यालय लगभग एक महीने तक चहल-पहल में थे। चुनाव के बाद, भाजपा, कांग्रेस, राजद, झामुमो के कार्यालय और अन्य दलों के कार्यालयों में सन्नाटा छाया।

मतदान से पहले और बाद में चुनाव कार्यालयों में न तो नेता दिखाई दे रहे हैं और न ही प्रमुख कार्यकर्ता की भीड़ दिख रही है। कहीं-कहीं एक-दो कार्यकर्ता बैठे गप्पें मार रहे हैं और अपने दल को जिताने का दावा कर रहे हैं। चुनाव खत्म होने के बाद, विभिन्न दलों के प्रत्याशियों के कार्यालयों में रविवार को सन्नाटा छाया हुआ है।

लोकसभा चुनाव के मतदान से कई दिनों पहले ही राजनीतिक दलों ने चुनाव कार्यालय खोले थे। इन कार्यालयों में मतदान के समय तक प्रचार की रणनीति बनाई जा रही थी। मतदान के दिन तक इन कार्यालयों में भीड़ हुई रही। मतदान के बाद, सभी कार्यालयों में सन्नाटा हुआ। इन कार्यालयों में मतदान से पहले लग्जरी वाहनों की भी भारी भीड़ थी। मतदान के बाद, ये सभी लग्जरी गाड़ियां लग्जरी स्थल से गायब हो गईं।

कुछ चुनाव कार्यालयों में नेता या कार्यकर्ता नहीं दिख रहे थे। “प्रभात खबर” ने रविवार की दोपहर चुनाव कार्यालयों की ओर देखा। सिटी सेंटर सेक्टर चार में भाजपा के कार्यालय में कोई भी कार्यकर्ता नहीं था। दूसरी ओर, सिटी सेंटर में ही मंडल भाजपा के कार्यालय में भी यही हाल था। सिवनडीह में बने कांग्रेस के कार्यालय में कार्यालय प्रभारी मुख्तार अंसारी एक-दो कार्यकर्ता संग बात कर रहे थे। चास में योधाडीह मोड़ के निकट खुले कांग्रेस के कार्यालय का कोई नाम नहीं था, लेकिन टेंट खुल चुका था।

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मेरा नाम Kumar Anil है और मैं झारखण्ड के बोकारो जिले का निवासी हूँ। मैंने 2023 में कंटेंट राइटिंग की शुरुवात किया था। मुझे झारखण्ड के लोकल न्यूज़ पढ़ना और उनके बारे लिखने का शौक है।
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