झारखंड में हेमंत सोरेन के नए मुख्यमंत्री बनने के बाद चर्चाएं तेज हो गई हैं। सोमवार को हेमंत कैबिनेट का विस्तार होना है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के बारे में भी कई अटकलें सामने आ रही हैं। इस बारे में आशंका है कि चंपई सोरेन को पार्टी नई जिम्मेदारी दे सकती है। साथ ही हेमंत कैबिनेट में कुछ नए चेहरे भी शामिल हो सकते हैं।
रांची। नई सरकार का गठन होने के बाद झारखंड में सरकार का वास्तविक कामकाज सोमवार से शुरू होगा। हेमंत सोरेन सरकार सोमवार को विधानसभा में अपना बहुमत साबित करेंगे और इसके ठीक बाद कैबिनेट का विस्तार होगा।
सभी सत्ताधारी गठबंधन के दलों के नेताओं ने अपनी-अपनी ओर से इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं। कांग्रेस और झामुमो पार्टी के मुख्यालय में गतिविधियां तेज हो चुकी हैं। सभी विधायक राजधानी रांची में हैं और उन्हें बहुमत साबित होने के बाद ही अपने क्षेत्र में जाने का आदेश दिया गया है।
विश्वास प्राप्त करने और मंत्रिमंडल विस्तार के बाद बड़े पैमाने पर प्रशासनिक बदलाव होने की संभावना है। नई सरकार ना सिर्फ सामान्य कामकाज के लिए बल्कि चुनावी तैयारियों को भी ध्यान में रखते हुए प्रशासनिक बदलाव करेगी।
हेमंत सोरेन कब साबित करेंगे बहुमत
झारखंड में इस सप्ताह से राजनीतिक गतिविधियाँ तेज़ रहेंगी। हेमंत सोरेन इस सप्ताह में बहुमत साबित करेंगे और उसके बाद कैबिनेट का विस्तार होगा।
विधायकों को राजधानी रांची में जमा होने का निर्देश दिया गया है। सत्ताधारी गठबंधन के विधायकों को विधानसभा में मौजूद होने के लिए कहा गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को लेकर राजनीतिक चर्चाएं तेज हैं। कुछ लोग उन्हें उप मुख्यमंत्री के रूप में देख रहे हैं, जबकि अन्य लोगों का मानना है कि उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है।
चंपई को मिलेगी नई जिम्मेदारी
कभी-कभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को नए कैबिनेट में बनने में कम समय लगता है। झारखंड में लोग इस तरह के उदाहरण को ध्यान में नहीं रखते हैं। इस समय में चंपई को महागठबंधन की समन्वय समिति का नेता बनाने की चर्चा भी हो रही है।
इसी सप्ताह से सीएम कार्यालय में कई अधिकारियों के बदलाव की चर्चा शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री के सचिव और कुछ अन्य अधिकारियों की भी तब्दीली हो सकती है। प्रशासनिक स्तर पर भी कई बदलाव आने की संभावना है।
उपायुक्त-पुलिस अधीक्षकों की बदलाव की चर्चा
ये बदलाव नई सरकार के दृष्टिकोण के साथ ही नहीं, बल्कि चुनाव के मद्देनजर भी किए जाएंगे। इस समय में कई जिलों के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षकों की तब्दीली की चर्चा तेज है।
राजनीतिक दृष्टिकोण से, कांग्रेस के लिए यह सप्ताह उथल-पुथल भरपूर रहेगा। कांग्रेस विधायक दल के नेता का चयन, नए मंत्री का चयन और विभागों के बंटवारे पर भी बातचीत हो रही है।
आलमगीर आलम के पास ग्रामीण विकास विभाग था, लेकिन किसी नए व्यक्ति को इतना बड़ा विभाग नहीं मिलेगा। इसलिए, इस बदलाव की भी सम्भावना है।
ये भी पढ़ें-
- हेमंत सोरेन के सामने सीएम चंपई ने किया बड़ा ऐलान, दो महीनों में होने जा रहा यह कार्य; विधानसभा चुनाव से पहले जेएमएम ने खेला दांव।
- क्रिमिनल कानून: धारा 302 के तहत नए कानूनी परिप्रेक्ष्य में… अब सजा सुनाने के समय में न्यायाधीश क्या कहेंगे?
- अजीत डोभाल की सुरक्षा में तैनात अधिकारी के साथ 43 लाख का धोखाधड़ी, जमीन दिलाने के नाम पर ऐसे ठग रहा था सबका शातिर
- फेसबुक पर मजेदार रील्स देख रहा था व्यक्ति, अचानक हुआ इतना कि 1.40 करोड़ रुपये खाते से उड़ गए; फिर…