रांची में एक शिक्षक ने खेल प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन नहीं करने पर 22 छात्रों को जमकर मारा। स्कूल टीचर द्वारा की गई इस हमले में कई छात्रों को चोटें आई हैं। परिजनों को जानकारी मिलने के बाद उन्होंने गोंदा थाना में मामला दर्ज कराया है। मामले को बोकारो ट्रांसफर किया जाएगा। एफआईआर दर्ज होने के बाद शिक्षक फरार है।
रांची। रांची के गोंदा थाना क्षेत्र में स्थित डीएवी गांधी नगर में पढ़ने वाले 22 बच्चों के साथ स्कूल के शिक्षक आयुष कुमार ने मारपीट की। इससे बच्चे घायल हो गए हैं। बच्चों के स्वजनों ने गोंदा थाना में केस दर्ज कराया है।
स्वजनों ने पुलिस को दिए आवेदन में बताया कि डीएवी समूह ने बोकारो स्थित सेक्टर 14 में वार्षिक खेलकूद का आयोजन किया था। इस आयोजन में 22 और 23 जुलाई को शामिल हुए थे। 21 जुलाई को डीएवी के दर्जनों बच्चे बोकारो गए थे।
प्रतियोगिता में ताइक्वांडो, बास्केटबॉल और अन्य खेल में जिन बच्चों का प्रदर्शन खराब रहा था, उन 22 बच्चों को शिक्षक आयुष ने कमरे में ले जाकर बेल्ट और डंडे से मारा।
बच्चों ने इसके खिलाफ आपत्ति जाहिर की, तो शिक्षक ने कहा कि जो भी मारपीट की बात अपने परिवार को या किसी को बताएगा, उसे स्कूल से टीसी (Transfer Certificate) दे दिया जाएगा।
कैमरा बंद होने के बाद हुई मारपीट
बोकारो से लौटने के बाद छात्रों ने अपने परिवारजनों को बताया कि जिस जगह पर आरोपी शिक्षक ने मारपीट की थी, वहां सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ था।
आरोपित शिक्षक ने कैमरे पर रुमाल रख दिया था, इसके बाद मारपीट की। शिक्षक को पता था कि कैमरा से घटना की जानकारी मिल जाएगी। इसलिए उसने कैमरे पर रुमाल रख दिया था ताकि वह घटना को छिपा सके।
आरोपित शिक्षक ने कई बच्चों के मोबाइल भी तोड़ दिए थे, ताकि घटना की जानकारी उनके परिवार तक ना पहुंच सके।
बच्चों ने अपने परिवारजनों को बताया कि आरोपित शिक्षक बाथरूम में गए और सिगरेट में नशीली चीजें भरी, फिर वापस आकर मारपीट की।
स्कूल प्रबंधन ने घटना को छिपाया
बच्चों के परिजनों ने बताया कि घटना की जानकारी स्कूल प्रबंधन को दी गई थी। प्रबंधन ने फिर कहा कि आरोपित शिक्षक को तबादला कर दिया जाएगा। इसके बाद पूरे मामले को दबाने की कोशिश की गई।
इसके बाद परिजन गोंदा थाना गए और पुलिस को सम्पूर्ण जानकारी दी। गोंदा थानेदार ने बताया कि इस मामले में जीरो एफआईआर दर्ज किया गया है। इसे बोकारो पुलिस के पास भेजा जाएगा और उसकी जांच की जाएगी।
छात्राओं ने मारपीट की दी जानकारी
आरोपित शिक्षक फरार हो गए थे, और छात्राओं ने प्रतियोगिता में भाग लिया था। छात्राओं ने बोकारो में ही जानकारी पाई कि एनसीसी और खेल शिक्षक ने छात्रों को मारा था।
छात्राएं छात्रों से पहले आ गई थीं। उन्होंने मारपीट की घटना की जानकारी छात्रों के परिवारों को दी। आरोपित शिक्षक बस में भी थे। लेकिन, जैसे ही वे स्कूल के गेट पर पहुंचे, उन्होंने बस से उतर कर भाग लिया।
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