झारखंड की ताज़ा खबरें: बिहार के अनुसार, झारखंड के पुलिस स्टेशनों में अब हर हफ्ते ‘स्टेशन डे’ मनाया जाएगा। इस दिन लोगों को स्टेशन पर जनसम्पर्क के अवसर प्राप्त होंगे, जहां वे अपनी ज़मीन से संबंधित मुद्दों को सुलझा सकेंगे। इसके अलावा, विभिन्न ज़िलों में किसी भी दिन स्टेशन डे आयोजित किया जा सकता है। छोटे-मोटे मामलों को स्टेशन डे या जनसम्पर्क में आसानी से सुलझा दिया जाएगा।
रांची: झारखंड सरकार ने बिहार की तरह हर सप्ताह में सभी पुलिस स्टेशनों में ‘स्टेशन डे’ का आयोजन करने का निर्णय लिया है। इस दिन स्थानीय लोगों के लिए जनता दरबार लगेगा, जहां वे अपने ज़मीन संबंधित मुद्दों को हल करा सकेंगे। अलग-अलग ज़िलों में विशेष दिनों पर ‘स्टेशन डे’ आयोजन किया जा सकता है।
पुलिस मुख्यालय ने सभी पुलिस अधीक्षकों को इसे लागू करने के लिए आदेश दिया है। इस आदेश के अनुसार, ‘स्टेशन डे’ में संबंधित पुलिस अधिकारी के अलावा अंचलाधिकारी या पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
यह पहल सरकार द्वारा की गई है ताकि ग्रामीणों को अपने छोटे-मोटे विवादों जैसे ज़मीन संबंधित मुद्दों को हल करने में कोई परेशानी न हो। ग्रामीण यह भी कहते हैं कि अब उन्हें थाना या अंचल का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा, क्योंकि अब उनकी शिकायतें सीधे ‘स्टेशन डे’ में सुलझी जाएंगी।
सरकार ने इस मुद्दे का समाधान निकालते हुए एक तारीख तय की है, जिस दिन दोनों अधिकारी लोगों की सेवा में हाज़िर रहेंगे। कोर्ट में पहुंचने वाले छोटे-मोटे मामले स्टेशन डे या जनता दरबार में आसानी से हल होंगे। इससे कोर्ट में दायर होने वाले मामलों में भी कमी आएगी और लोगों को त्वरित न्याय मिलेगा।
थाना के एसपी को दिया गया यह निर्देश
सभी जिलों के थानेदारों को स्पष्ट निर्देश दिए जाएंगे कि वे हर मंगलवार को जनता दरबार या थाना दिवस का आयोजन करें।
अपने जिले के उपायुक्त को पत्र भेजकर संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी और अंचलाधिकारी से थाना दिवस के दिन उपस्थित रहने का अनुरोध करें। इससे थाना दिवस के दिन जमीन विवाद से संबंधित शिकायतों का त्वरित समाधान हो सकेगा।
प्रत्येक थाना प्रभारी को जनता दरबार या थाना दिवस संबंधीत रजिस्टर तैयार करना होगा, जिसमें शिकायतकर्ता का नाम, पता, तिथि, विवाद का विवरण और की गई कार्रवाई की जानकारी शामिल होगी।
जनता दरबार और थाना दिवस के आयोजन से संबंधित, सभी लोगों को थाना क्षेत्र में आमंत्रित किया जाता है कि वे थाना दिवस में उपस्थित होकर अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त करें। शिकायतों का त्वरित समाधान किया जाएगा ताकि पुलिस और जनता के बीच समन्वय बढ़े और अपराध की घटनाओं पर भी नियंत्रण मिले।
सभी थाना प्रभारियों को जनता दरबार या थाना दिवस के दौरान किए जा रहे कार्यों का नियमित निरीक्षण करना होगा।
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