अब RIMS में, आयुष्मान कार्ड वाले मरीजों का इलाज होगा फ्री , योजना के तहत मिलेगी हर सुविधा

Anil kumar
4 Min Read
Image Source: Google/Image Edited By Canva

आयुष्मान कार्ड रिम्स में भर्ती होने वाले सभी मरीजों को जो आयुष्मान कार्ड है, उन्हें अब अपनी जेब से पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं होगी इलाज के लिए। अस्पताल प्रबंधन ने सभी विभागाध्यक्षों को पत्र जारी किया है और कहा है कि विभागों को आयुष्मान योजना के अनुसार भर्ती मरीजों का इलाज पूरी तरह से करना है।

रांची में Ayushman Card : अब रिम्स में भर्ती होने वाले आयुष्मान कार्ड वाले मरीजों को अपने पैसों से दवाई और इलाज नहीं खरीदना पड़ेगा। कई मामलों में आयुष्मान कार्ड होने पर भी मरीजों को बड़ी राशि खर्च करनी पड़ रही थी। रिम्स प्रबंधन ने सभी विभागाध्यक्षों को पत्र जारी करके कहा है कि इस आदेश का सख्ती से पालन किया जाए और योग्य मरीजों को योजना का लाभ मिले। उनकी जिम्मेदारी है कि वे आयुष्मान योजना के अनुसार भर्ती मरीजों का इलाज सुनिश्चित करें और उनकी पूरी जानकारी संबंधित पदाधिकारी को दें।

मरीज को भर्ती होते ही देना होगा स्वघोषणा पत्र

जब मरीज अस्पताल में भर्ती होते हैं, तो डॉक्टरों की जिम्मेदारी होती है कि वे उनके पास स्वघोषणा पत्र लें, जिनके पास आयुष्मान कार्ड नहीं हो। मरीजों को लिखकर देना होगा कि उनके पास कार्ड क्यों नहीं है और इसकी क्या वजह है।

संस्था का मकसद है कि इस तरह के मरीजों को कार्ड बनाने में मदद मिले, जिससे उन्हें योजना के अंतर्गत इलाज का लाभ मिल सके। कार्ड बनने के बाद, उन्हें इलाज की सुविधा मिलेगी।

डॉक्टरों का कहना – आयुष्मान मरीजों को समय पर दवा नहीं मिलती

इधर, डॉक्टरों ने कहा कि योजना बहुत अच्छी है और मरीजों को इससे लाभ मिलना चाहिए। लेकिन कुछ मरीजों को समय पर दवा नहीं मिलती, और कुछ इंप्लांट भी बहुत समय लेते हैं। ऐसे मामलों में मरीजों की जान को खतरा हो सकता है।

रिम्स अधीक्षक डा. हीरेंद्र बिरुआ ने बताया कि योजना के अंतर्गत अब मरीजों को दवा और इंप्लांट तुरंत उपलब्ध किए जाएंगे। अभी स्थिति अच्छी है और अन्य विभागों में भी सभी मांग पूरी हो रही है

हर महीने कामों का होगा समीक्षण

आयुष्मान योजना से मरीजों को कितना लाभ मिल रहा है या नहीं मिल रहा है, इसकी हर महीने समीक्षा की जाएगी। निदेशक विभागों का अलग-अलग समीक्षा करेंगे और भर्ती मरीजों की स्थिति का जायजा लेंगे। यह भी देखा जाएगा कि क्या लाभुकों को पूरा लाभ मिला या उन्हें बाहर से ही खरीदनी पड़ी।

People Also Read:

Share this Article
Follow:
मेरा नाम Kumar Anil है और मैं झारखण्ड के बोकारो जिले का निवासी हूँ। मैंने 2023 में कंटेंट राइटिंग की शुरुवात किया था। मुझे झारखण्ड के लोकल न्यूज़ पढ़ना और उनके बारे लिखने का शौक है।
Leave a comment