झारखण्ड समाचार: चचा-भतीजे पर गिरी बिजली, श्मशान घाट में पड़ोसी के अंतिम संस्कार; 3 की मौत और 2 हुए घायल

Anil kumar
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Image Source: Google/Image Edited By Canva

गुरुवार की शाम बारिश के वज्रपात में तीन लोगों की मौत हो गई और दो लोगों को गंभीर चोटें आई। इस घटना में पहली मौत हुई जरीडीह प्रखंड के कुसुलमुंडू गांव में 22 वर्षीय आशा सोरेन की। दूसरी घटना में, चंदनकियारी के नूतनडीह गांव में अनूप सिंह के अंतिम संस्कार में जाने वाले चाचा और भतीजे को वज्रपात के कारण मौत हो गई।

चंदनकियारी में गुरुवार की शाम को बारिश और वज्रपात की वजह से तीन लोगों की मौत हो गई। और दो लोगों को गंभीर चोटें आई। पहली घटना जरीडीह प्रखंड के कुसुलमुंडू गांव में हुई। यहां 22 वर्षीय आशा सोरेन की जान वज्रपात के दौरान गई।

दूसरी घटना चंदनकियारी के नूतनडीह गांव में हुई। यहां गांव के वृद्ध अनूप सिंह के अंतिम संस्कार में शामिल होने गए दो लोगों में शामिल थे। चाचा बादल राय (56 वर्षीय) और भतीजा पार्थ राय (32 वर्षीय) की मौत वज्रपात से हुई।

उसी गांव में तारु बनर्जी और दुर्गा बनर्जी भी गंभीर रूप से चोटिल हो गए। उनका इलाज अभी भी बीजेच में चल रहा है। वज्रपात के घटना में बादल राय की मौत की खबर सुनकर उनके दोस्त, 52 वर्षीय विवेक चक्रवर्ती, हार्ट अटैक से मर गए।

ग्रामीण नदी के किनारे गए थे श्मशान घाट

गांव वालों ने बताया कि नूतनडीह गांव के वृद्ध अनूप सिंह की मौत हो गई थी। लोग अंतिम संस्कार के लिए गवई नदी के तट पर स्थित श्मशान घाट पहुंचे थे। शव की दाह के बाद, सभी लौट रहे थे। वहीं, बारिश के ठहरने की आस में कई लोग श्मशान के पास बने शेड में ही ठहरे थे।

इसी दौरान, आसमान से बिजली गिरी जिसमें 56 वर्षीय बादल राय और 32 वर्षीय पार्थ राय की मौत हो गई। उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद बीजीएच में ले जाया गया है।

उनके शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है, जो बरमसिया ओपी पुलिस द्वारा किया गया। दोनों घायलों का इलाज भी बीजीएच में हो रहा है।

दोस्त की मौत से आया हार्ट अटैक

वज्रपात से मृत बादल राय की मौत की खबर सुनकर उनके दोस्त और पड़ोसी, 52 वर्षीय विवेक चक्रवर्ती, की भी हार्ट अटैक से मौत हो गई। यह घटना शुक्रवार की सुबह हुई। बताया गया है कि मृतक बादल अपने गांव में कपड़े की दुकान चलाते थे और विवेक बगल गांव बोदमा के सरकारी विद्यालय में सहायक शिक्षक के रूप में काम करते थे।

गाँव के लोग बताते हैं कि दोनों में बचपन से ही गहरी दोस्ती थी और उनका अधिक समय साथ में ही बितता था। इसी कारण जब बादल की मौत हुई, तो विवेक को बहुत दुःख हुआ, जिससे उनका हृदय थम गया। नूतनडीह सहित आसपास के गाँवों में सभी में दुख का माहौल है।

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मेरा नाम Kumar Anil है और मैं झारखण्ड के बोकारो जिले का निवासी हूँ। मैंने 2023 में कंटेंट राइटिंग की शुरुवात किया था। मुझे झारखण्ड के लोकल न्यूज़ पढ़ना और उनके बारे लिखने का शौक है।
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