झारखंड भूमि घोटाला मामला: JMM के प्रमुख नेता सहित 10 व्यक्तियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल

Shivani Gupta
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झारखंड समाचार: जमीन घोटाले के मामले में पूर्व सीएम हेमंत सोरेन पर अभी और मुश्किलें बढ़ सकती हैं। यहाँ तक कि ईडी ने JMM के प्रमुख नेता अंतु तिर्की समेत 10 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। ईडी ने रांची के सदर थाने में 2023 के जून महीने में प्राथमिकी के आधार पर अपनी ईसीआइआर में चार्जशीट दर्ज की है।

राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड समाचार: जमीन घोटाले मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी ने रांची के पीएमएल की विशेष अदालत में झामुमो नेता अंतु तिर्की सहित दस आरोपितों के खिलाफ शुक्रवार को चार्जशीट दाखिल की है। ईडी ने कोर्ट में बताया है कि सभी आरोपितों ने आपसी मिलीभगत से जमीन के मूल दस्तावेजों में गड़बड़ी कर प्रतिबंधित श्रेणी की जमीन को आर्थिक प्रतिबंध मुक्त किया। उन्होंने इसके बदले में भारी मात्रा में पैसों का लेन-देन किया। ईडी ने रांची के सदर थाने में 2023 के जून महीने में प्राथमिकता के आधार पर अपनी ईसीआइआर में चार्जशीट दाखिल की है। इसी ईसीआइआर में अनुसंधान के क्रम में ईडी ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, बड़गाईं अंचल के पूर्व राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद को गिरफ्तार किया था।

ईडी ने चार्जशीट में इस बात का जिक्र किया है और कोर्ट में बताया है कि पिछले साल 13 अप्रैल 2023 को एक आरोपित सद्दाम हुसैन के ठिकाने से 1940 का डीड नंबर 3985 बरामद हुआ था। इस डीड में 6.34 एकड़ जमीन को शामिल किया गया था, जिसमें कई प्लॉट्स शामिल हैं, जैसे की प्लॉट नंबर 234 में 84 डिसमिल जमीन और प्लॉट नंबर 996 में 32 डिसमिल जमीन।

हेमंत सोरेन की जमीन में दोनों प्लॉट्स का हिस्सा

दोनों प्लॉट की उक्त जमीन भी हेमंत सोरेन के कब्जे वाली 8.86 एकड़ जमीन का हिस्सा है। ईडी ने जांच में यह भी पाया है कि 1940 की उक्त डीड की सभी 6.34 एकड़ जमीन भुइहरी प्रकृति की है, जिसकी खरीद-बिक्री नहीं की जा सकती है। इसके बावजूद उसपर अवैध रूप से कब्जा किया गया और उसे बेच दिया गया।

उक्त जमीन पर हेमंत सोरेन, सद्दाम हुसैन, अफसर अली, प्रियरंजन सहाय, अंतु तिर्की और अन्यों ने गलत तरीके से कब्जा किया। ईडी ने सद्दाम की डायरी को भी सबूत के तौर पर चार्जशीट में शामिल किया है, जिसमें उसके और अंतु तिर्की के बीच रुपयों के लेन-देन हुए हैं।

कोलकाता के रजिस्ट्रार आफ एश्योरेंस में डीड सर्चर तापस घोष डीड की मूल कापी जालसाजों को उपलब्ध कराता था। उसके बदले में उनके बैंक खाते में जालसाजों ने 21.43 लाख रुपये भी जमा किए थे। हजारीबाग का डीड राइटर इरशाद भी फर्जी डीड बनाता था, जिसके एवज में रुपये लिए गए।

इन्होंने चार्जशीट की है दाखिल।

झामुमो के नेता बरियातू से आनंद तिर्की जिन्हे अंतु तिर्की कहा जाता है, बरियातू के मिल्लत कालोनी में रहने वाले अफसर अली जिन्हे अफ्सू खान कहा जाता है, टैगोर हिल रोड मोरहाबादी के सत्येंदु अपार्टमेंट में रहने वाले विपिन सिंह, बैंक कालोनी कोकर में रहने वाले प्रियरंजन सहाय, बरियातू के मिल्लत कालोनी में रहने वाले इरशाद अख्तर, बरियातू में रहने वाले मोहम्मद सद्दाम हुसैन, पश्चिम बंगाल के मधुरपुर हुगली में रहने वाले रजिस्ट्रार आफ एश्योरेंस कोलकाता का डीड सर्चर तापस घोष, कोलकाता में नार्थ रजिस्ट्री आफिस में रहने वाले संजीत कुमार और हजारीबाग के मंडई कलान रिफार्मेटरी स्कूल में रहने वाले डीड राइटर मोहम्मद इरशाद और सरकारी कर्मी मनोज कुमार यादव।

इरशाद ने फर्जी डीड के लिए खाली पेपर किया था प्रस्तुत।

ईडी ने कोर्ट में बताया है कि बरियातू के मोहम्मद इरशाद ने फर्जी डीड बनाने के लिए कोलकाता के रजिस्ट्रार आफ एश्योरेंस का खाली पेपर प्राप्त किया था। इसी खाली पेपर पर जालसाज अफसर अली और सद्दाम ने गड़बड़ी की थी। आरोपितों ने चेशायर होम रोड की 4.83 एकड़ सीएनटी एक्ट की जमीन को भी फर्जी डीड से नकली दस्तावेज बना दिया था।

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