सारंडा में नक्सलियों के खिलाफ अभियान में घने जंगल और कई बारूदी सुरंग नक्सलियों के लिए बाधा बन रहे हैं। सभी महत्वपूर्ण नक्सली क्षेत्र जैसे सारंडा वन क्षेत्र, छोटानागपुर, गुवा, और मनोहरपुर में सुरक्षा बलों की घेराबंदी नक्सलियों के लिए मुश्किल सिद्ध हो रही है। इन नक्सलियों को रोकने के लिए झारखंड पुलिस के अलावा सीआरपीएफ और कोबरा बटालियन के जवान भी अपनी ताकत लगा रहे हैं।
रांची। सारंडा में नक्सलियों के खिलाफ महत्वपूर्ण लड़ाई में घने जंगल और विभिन्न स्थानों पर बिछाए गए बारूदी सुरंग बाधा बन रहे हैं। सारंडा वन क्षेत्र के छोटानागपुर, गुवा, मनोहरपुर आदि क्षेत्रों में सुरक्षा बलों के लिए यह एक बड़ी चुनौती है।
इनमें एक करोड़ के इनामी पोलित ब्यूरो सदस्य मिसिर बेसरा, एक करोड़ के इनामी असीम मंडल, और अनल सहित 25-25 लाख के इनामी चमन और अजय महतो शामिल हैं। इन नक्सलियों की घेराबंदी में झारखंड पुलिस के अलावा सीआरपीएफ और कोबरा बटालियन के जवान भी शामिल हैं।
मुठभेड़ में नक्सलियों ने भाग लिया
बरसाती मौसम के कारण, लैंड माइंस और घने जंगलों के क्षेत्र में सुरक्षा बलों की घेराबंदी बढ़ रही है। कुछ दिन पहले ही छोटानागपुर क्षेत्र में दोलाईगढ़ा गांव के आसपास जंगली और पहाड़ी क्षेत्रों में सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के साथ संघर्ष किया था।
मुठभेड़ में सुरक्षा बलों को भारी पड़ता देख नक्सलियों ने पहाड़ और घने जंगल का फायदा उठाते हुए भाग लिया था। इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों को कोई नुकसान नहीं हुआ।
यह सामग्री बरामद की गई
सर्च अभियान में पुलिस ने एक एसएलआर राइफल, तीन मैगजीन, एक .303 राइफल, एक नाइन एमएम पिस्टल, एक .303 मैगजीन, 174 कारतूस और अन्य सामग्री बरामद की थी।
पिछले महीने, 17 जून को पश्चिम सिंहभूम के गुवा थाना क्षेत्र में लिपुंगा और कुलासाईं के पास सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दस लाख के इनामी कांड हुआ था। पांच लाख के इनामी सिंगराय उर्फ मनोज कुंजाम, दस्ता सदस्य जोंगा, सूर्या उर्फ मनता देवगम, और सपनी हांसदा ढेर गिरफ्तार हुए थे।
सुरक्षा बलों ने एरिया कमांडर टाइगर उर्फ पांडू हांसदा और दस्ता सदस्य बतारी बानरा को गिरफ्तार किया था, जिनसे लंबी पूछताछ की गई थी। इस पूछताछ में पुलिस को बड़े नक्सली ठिकानों की जानकारी प्राप्त हुई थी, जिसके आधार पर अभियान जारी है।
ये इलाके नक्सलियों के बन गए हैं मुख्य जोन
पिछले दो महीने से सारंडा जंगली क्षेत्र के गुवा, छोटानागरा, जेटेया, और मनोहरपुर थाना क्षेत्र नक्सलियों का मुख्य क्षेत्र बन गया है। इन क्षेत्रों में एक-एक करोड़ और 25-25 लाख के इनामी नक्सलियों की सूचना सुरक्षा बलों को मिल रही है।
नक्सल विरोधी अभियान जारी है। पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों का कहना है कि लगातार हो रहे संघर्षों से नक्सलियों में अशांति है। वे सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।
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