घुसपैठ पर राजनीतिक विवाद के बीच सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने भाजपा के नेताओं से मिलने वाले दागियों और घुसपैठियों की सूची जारी करने की मांग की है ईडी से। पार्टी के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने ईडी पर भाजपा के साथ होने वालों पर सबूत होने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है।
रांची। राज्य की राजनीति में घुसपैठ के मुद्दे पर तेजी आ गई है। सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने ईडी से मांग की है कि वह भाजपा के नेताओं से मिलने वाले दागियों और घुसपैठियों की सूची जारी करे।
महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने आरोप लगाया है कि भाजपा के साथ जुड़े लोगों के खिलाफ सबूत होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होती। वे कहते हैं कि ईडी सिर्फ भाजपा के विरोधियों के खिलाफ चुन-चुनकर कार्रवाई करती है। लोकसभा चुनाव के पहले सम्पूर्ण देश ने इसे अनुभव किया है।
बाबूलाल मरांडी को ईडी का विशेष निदेशक घोषित
तंज करते हुए उन्होंने कहा कि ईडी के सभी अधिकारियों के अतिरिक्त एक और स्पेशल डायरेक्टर बाबूलाल मरांडी हैं। वे झारखंड में तय करते हैं कि किसके खिलाफ ईडी की कार्रवाई होगी।
लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने जमीन घोटाले में बेल पर चल रहे कारोबारी विष्णु अग्रवाल से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मिलवाया। उन्होंने जमीन माफिया कमलेश को भी वित्त मंत्री से मिलाया। उन्होंने इससे जुड़ी तस्वीरें भी दिखाई। झामुमो महासचिव ने कहा कि बाबूलाल मरांडी और उनके पार्टी के नेताओं में घुसपैठिए हैं।
गृहमंत्री भाजपा कार्यकर्ताओं को झूठ के खिलाफ करेंगे जागरूक
भट्टाचार्य ने कहा कि गृह मंत्री भाजपा के हजारों कार्यकर्ताओं को चुनावी टिप्स नहीं, झूठ के टिप्स देंगे। वे झूठ बोलने और भ्रम फैलाने में माहिर हैं।
उन्होंने स्वयं माना है कि एक बार उन्होंने यूपी में फैलाया था कि अखिलेश यादव ने अपने पिता मुलायम सिंह यादव को थप्पड़ मारा था। इस झूठ को इतनी तेजी से फैलाया गया था कि इसे नेशनल न्यूज़ बना दिया गया था।
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