कल्पना सोरेन ने लोकसभा चुनाव के बाद अब झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव पर लोगों की नजरें टिकाई हुई है। सभी राजनीतिक दल अब से तैयारी में जुटे हुए हैं। झामुमो ने भी विधानसभा चुनाव में जीत के लिए कल्पना सोरेन को बागडोर सौंपा है। वह लगातार एक्टिव मोड में काम कर रही हैं।
पीरटांड (गिरिडीह)। गांडेय विधायक और पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना मुर्मू सोरेन रविवार को मधुबन पहुंचीं। सबसे पहले उन्होंने कथावाचक मोरारी बापू से मिलकर आशीर्वाद लिया। मोरारी बापू श्री राम कथा कहने के लिए मधुबन आए हुए हैं। उनके साथ मिलने के बाद कल्पना ने पारसनाथ पहाड़ पर स्थित मरांग बुरु के दिसोम मांझी थान में पूजा-अर्चना की।
संताल समाज के धर्मगुरुओं के साथ मिलकर दिसोम मांझी थान के विकास की चर्चा की। इसके बाद कल्पना सोरेन ने भोमिया बाबा का भी दर्शन किया। यहाँ बताया गया है कि गांडेय विधानसभा उपचुनाव जीतने के बाद वे पूरे झारखंड क्षेत्र का दौरा करने में जुटी हैं। वे झारखंड के संथाली तीर्थ स्थलों के विकास में भी प्रयासरत हैं।
कल्पना सोरेन ने एक घंटे तक विधि-विधान से की पूजा
इसी श्रृंखला में वर्षों से मरांग बुरु स्थल के विकास की मांग को ध्यान में रखते हुए इस बार भी दिसोम मांझी थान गईं। यहां संथाल धर्मगुरुओं की मौजूदगी में लगभग एक घंटे तक विधि-विधान के साथ पूजा की और हेमंत सोरेन की रिहाई के लिए मन्नत मांगी। संथाली श्लोकों के माध्यम से धर्मगुरुओं ने मरांग बुरु से उनकी मन्नत पूरी होने की प्रार्थना की।
इसके बाद विधायक सुदिव्य सोनू की उपस्थिति में मरांग बुरु संस्थान के पदाधिकारियों के साथ विस्तार से चर्चा हुई। इसमें मरांग बुरु स्थल के विकास के विचारों को भी महत्व दिया गया।
संस्थान के अध्यक्ष ने कल्पना से इस मांग की बात की
संस्थान के अध्यक्ष रामलाल सोरेन ने कल्पना मुर्मू से कहा कि वन विभाग दिसोम मांझी थान के लिए सिर्फ 50 डिसमिल जमीन देना चाहता है, पर यहां पर्व त्योहारों में लाखों लोग आते हैं। इसलिए इतनी कम जमीन उपलब्ध नहीं है। इसके बाद, उन्होंने वन विभाग से अधिक जमीन की मांग की।
विधायक ने लोगों को आश्वस्त किया कि बात आगे बढ़ी है और काम हो रहा है। इसके बाद कल्पना मुर्मू ने भोमिया बाबा का दर्शन किया।