गिरिडीह के कबरीबाद से कोयले की चोरी हो रही है, जिससे सीसीएल को लाखों का नुकसान हो रहा है। इसके साथ ही यह जानकारी भी है कि अवैध उत्खनन से भू-धंसान की घटना हो सकती है। कबरीबाद माइंस दो-तीन महीने से बंद है, और इसके कारण सीसीएल की सुरक्षा कंपनी को हटा दिया गया है।
बुनियादीह! सीएल की बंद पड़ी कबरीबाद से इन दिनों कोयले की चोरी धड़ल्ले से हो रही है। इससे सीएल को प्रति दिन लाखों का नुकसान हो रहा है। जानकारों से पता चला कि रात में कोयले की अवैध उत्खनन से वहाँ चोरी हो रही है। ऐसे में भू-धंसान की आशंका भी है।
कहा जाता है कि कबरीबाद विभागीय माइंस बीते दो-तीन महीने से बंद हैं। इसके बाद सीएल की सुरक्षा व्यवस्था कंपनी ने अपनी निगरानी हटा ली है। इससे कोयले चोरी करने वालों को फायदा हो रहा है। सुबह तीन बजे बड़ी संख्या में महिला और पुरुष कबरीबाद माइंस के नीचे उतर जाते हैं।
माइंस के नीचे कई जगहों पर गहरी और खतरनाक सुरंगें अवैध तरीके से बनाई जाती हैं, जिससे कोयला निकाला जाता है। इस कोयले को माइंस के ऊपर अलग-अलग जगहों पर फेंका जाता है। फिर वहां से साइकिल, मोटरसाइकिल, स्कूटर आदि के जरिए उसे बाहर ले जाया जाता है। माइंस से सुरंग बनाते समय, अगर छोटी सी भी गड़बड़ी हो जाए तो मजदूरों की जान को खतरा हो सकता है।
2017 में पांच लोगों की चली गई है जान
2017 में पांच मजदूरों की मौत हो गई थी, जब उन्हें सीसीएल की इस माइंस में अवैध सुरंग से कोयला निकालने के दौरान चाल धंसी। ये सभी मजदूर सिमरिया धौड़ा गांव के निवासी थे। पुलिस ने उन पांच शवों को मजदूरों के घर के पास से ही बरामद किया था।
साथ ही, सीसीएल के परियोजना पदाधिकारी एसके सिंह ने बताया कि कबरीबाद विभागीय माइंस को बंद कर दिया गया है और वहां से सभी मशीनों और सुरक्षा व्यवस्था को हटा लिया गया है। उन्होंने इसे भी कहा कि अगर माइंस से अवैध सुरंग से कोयला निकल रहा है, तो उसकी जांच होगी और कार्रवाई की जाएगी।
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