देवघर। देवघर समाचार: साइबर ठगों के खिलाफ पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है। 10 साइबर ठगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। उनके पास से पुलिस ने 27 मोबाइल, 38 सिम कार्ड, एक एटीएम, दो पासबुक, एक नोटबुक और तीन दो पहिया वाहन बरामद किया है।
गिरफ्तार आरोपी में एक शिक्षक भी है। सतीश कुमार नवादा जिले के वारसलीगंज थाना क्षेत्र से हैं। वे देवघर के कुंडा थाना क्षेत्र के बंधा इलाके के किराए के मकान में रहते थे। उन्होंने वहाँ बच्चों को ट्यूशन देने का काम किया था। लोग उन्हें ‘मास्टर जी’ के नाम से जानते थे।
मोहल्ले में नहीं था विश्वास
जब पुलिस ने उसे पकड़ा, तो मोहल्ले वालों को एक पल के लिए भी विश्वास नहीं हुआ कि वह बच्चों को पढ़ाने वाला सीधा-साधा और मधुर स्वभाव वाला सतीश असल में साइबर ठगी का गुरु था। उसके पास से पुलिस ने एक नोटबुक बरामद किया है। उस नोटबुक में बहुत सारे लोगों का डाटा नोट किया हुआ है।
ये डाटा उस ने बाहर से मंगवाया था। उसी आधार पर वह लोगों को फोन करता था। लोगों को लोन दिलाने, बीमा कराने के नाम पर प्रोसेसिंग फीस और अन्य खर्च के नाम पर ठगी करता था। उसके पास से एक पासबुक भी मिला है जिसमें अवैध कमाई का ब्योरा है। छानबीन के बाद पता चला कि सतीश शुरू से ऐसा नहीं था। वह नौकरी करता था, लेकिन नौकरी छूट गई।
उसकी पहली पत्नी की मौत हो गई थी। उसके साथ दो छोटे-छोटे बच्चे भी थे। उसने मजबूरी में दूसरी शादी कर ली। उसने पैसे कमाने के लिए बच्चों को ट्यूशन देने का काम शुरू किया। पैसा कम पड़ने लगा तो वह साइबर ठगी के गोरखधंधे से जुड़ गया। कमाई बढ़ने पर उसने इस धंधे में भी मास्टर बन लिया। वह ये सब अकेले ही करता था।
9 और साइबर ठगों को किया गया गिरफ्तार
इसके अतिरिक्त, पुलिस ने नौ और साइबर ठगों को भी पकड़ा है। इन गिरफ्तार आरोपितों में मोहनपुर थाना क्षेत्र के चितरपोका गांव के शक्ति कुमार यादव, करमाटांड थाना क्षेत्र के फोफनाद गांव के दीपक कुमार मंडल, संतोष कुमार, बबलू कुमार, विकास कुमार, रौशन कुमार, अखिलेश कुमार, डुमरिया गांव के महेन्द्र मंडल और मधुपुर थाना क्षेत्र के जयंतीग्राम के संदीप कुमार दास शामिल हैं।
इन आरोपितों को मोहनपुर के चिपरपोका, करौं थाना क्षेत्र के बेलमो गांव से और मधुपुर के जयंतीग्राम से पकड़ा गया है। उनके पास से पुलिस ने प्रतिबिंब एप पर अपलोड किए गए चार फर्जी मोबाइल नंबर भी बरामद किए हैं।
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