झारखंड में ईसीएल कर्मचारियों के घर पर CBI का कार्रवाई! घर से नोटों का संचय, गिनने के लिए मशीनों की मांग।

Anil kumar
3 Min Read
Image Source: Google/Image Edited By Canva

ईसीएल के कुछ अधिकारियों ने विस्थापितों से मुआवजा के नाम पर पैसे मांगे। तीन ऐसे अधिकारियों के घर से सीबीआई को काफी पैसे मिले। अब तक करीब 27 लाख के पैसे मिले हैं और इसमें और बढ़ोतरी की संभावना है। सीबीआई की टीम ने पैसों को गिनने के लिए दो मशीनों के साथ अन्य सामान भी मांगा।

धनबाद में, ईसीएल के कुछ अधिकारियों के घरों से नोटों का संचय हुआ है। इन नोटों की गिनती के लिए सीबीआई ने सोमवार को दो मशीनों के साथ अन्य सामान मांगा।

शाम को, 27 लाख नगद राशि की बरामदी की सूचना है। यह राशि और बढ़ेगी। इस बार सीबीआई टीम में सिविल ड्रेस में एक महिला भी थी।

सीबीआई टीम को मिले पैसे

सूत्र बताते हैं कि पहले सीबीआई की टीम ने सहायक राजस्व निरीक्षक पवन महतो के राजमहल कॉलोनी के डी टाइप आवास पर सर्च किया। बड़ी मात्रा में पैसे बरामद हुए। फिर टीम ने ऊर्जा नगर कॉलोनी सी टाइप में डिप्टी मैनेजर सिविल विपिन कुमार के घर की जाँच की। वहाँ भी पैसे मिले।

फिर, टीम ने राजमहल परियोजना के चीफ मैनेजर परमेश्वर यादव सिलांग स्थित बंगले में दबीश की। सर्च कार्य के साथ-साथ, टीम को कई कागजात के साथ पैसे मिलने लगे। सीबीआई टीम को कई ऐसे कागजात मिले हैं, जो बेहद चौंकाने वाले हैं। इसके साथ ही, बहुत सारी संपत्ति का पता भी चला है, जिसकी पुष्टि की जाएगी।

एक सप्ताह तक चली रही रैकी

कहा जाता है कि सीबीआई टीम को पहले ही अधिकारियों के गलत काम के संकेत मिल गए थे। सोमवार की सुबह, परियोजना कार्यालय में कागजात की मांग की गई। इस संकेत को सकतोड़िया मुख्यालय तक पहुंचाया गया।

राजमहल परियोजना के चीफ मैनेजर परमेश्वर यादव, डिप्टी मैनेजर सिविल विपिन कुमार और सहायक राजस्व निरीक्षक पवन महतो जैसे अधिकारियों के साथ मिलकर मुआवजा भुगतान संबंधित कागजात की पुष्टि की गई। इसके बाद सीबीआई ने आगे की कार्रवाई की।

पेटल कंपनी के ओवरसियर पर ध्यान

सीबीआई भी पेटल कंपनी के ओवरसियर पर ध्यान दे रही है। कहा जाता है कि इसको सीबीआई की आने की संकेत मिल गई थी। उसके पास भी बोरा में बड़ी राशि थी। लेकिन उसने उस स्थिति को देखते हुए राशि ले कर छोड़ दी। टीम भी इसको लेकर ध्यान में है।

यह भी पढ़े:

Share this Article
Follow:
मेरा नाम Kumar Anil है और मैं झारखण्ड के बोकारो जिले का निवासी हूँ। मैंने 2023 में कंटेंट राइटिंग की शुरुवात किया था। मुझे झारखण्ड के लोकल न्यूज़ पढ़ना और उनके बारे लिखने का शौक है।
Leave a comment